Mahamrityunjay Mantra
!! ॐ नमः शिवाय !! महामृत्युंजय मंत्र- दोस्तों आपने महामृत्युंजय मंत्र तो सुना ही होगा और हो सकता है आप इसे हमेशा सुनते या गाते भी होंगे, पर क्या आप जानते हैं कि इस महा मंत्र के महा गुण क्या है, आइये आज हम बात करते हैं महामृत्युंजय मंत्र के बारे में। महामृत्युंजय मंत्र- ॐ त्रयम्बकं यजामहे, सुगन्धिम पुष्टिवर्धनम, उर्वारुकमिव बन्धनान, मृत्योर्मुक्षीय मामृतात। अर्थ - हम देवो के देव महादेव भगवान शंकर की आराधना करते हैं, जिनके तीन नेत्र हैं, जो प्रत्येक श्वास में जीवन का संचार करते हैं, जो अपनी शक्ति से सम्पूर्ण जगत का पालन-पोषण करते हैं, हम उनसे यही प्रार्थना करते हैं कि वे हमें मृत्यु के बंधन से मुक्त कर दें, और हमें मोक्ष की प्राप्ति हो जाए। जिस तरह एक ककड़ी अपनी बेल में पाक जाने के पश्चात् उस बेल रूपी संसार के बंधन से मुक्त हो जाती है...